राजस्थान में 25 नवंबर 2023 को विधानसभा चुनाव हुए थे, जिसके बाद 3 दिसंबर 2023 को चुनाव के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं. राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ राजस्थान में सरकार बना रही है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह आता है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री के पद पर किसे चुना जाएगा?
राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों में से 199 सीटों पर चुनाव लड़ा गया, जिनके नतीजे 3 नवंबर 2023 को घोषित किया जा चुके हैं. जिनमें भारतीय जनता पार्टी ने 115 सीटों पर विजय प्राप्त कर अपनी पूर्ण बहुमत वाली सरकार राजस्थान में बना रही है. वहीं इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी ने 69 विधानसभा सीट ही जीत पाई है. ऐसे में जनता के मन में सीएम दावेदारों को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर भाजपा सत्ता में आने के बाद किसको सीएम बनाएगी, क्योंकि भाजपा ने बिना सीएम चेहरे के ही चुनाव लड़ा था।
वसुंधरा राजे-
राजस्थान में मुख्यमंत्री के चेहरा में वसुंधरा राजे सबसे आगे है. वसुंधरा राजे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी है. 2003 और 2013 से मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभाला है. लेकिन केंद्रीय नेतृत्व के नाराज होने के कारण इस बार वसुंधरा राजे को ज्यादा महत्व नहीं दिया गया है. बताया जा रहा है कि वसुंधरा राज्य के अलावा कोई और उम्मीदवार भी मुख्यमंत्री घोषित किया जा सकता है.
बाबा बालकनाथ ‘योगी’-
राजस्थान में सीएम के चेहरे की रेस में बाबा बालकनाथ का नाम तेजी से उभर रहा है. बाबा बालकनाथ तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव लड़े हैं, जिसमें उन्होंने अपने प्रतिनिधि को 17000 वोटो से पछाड़ा है. एग्जिट पोल में सीएम पद के लिए बालकनाथ बीजेपी की ओर से सबसे लोकप्रिय चेहरा हैं। इन्हें राजस्थान का ‘योगी’ भी कहा जाता है।
दीया कुमारी-
वसुंधरा राजे के विकल्प रूप में जयपुर के राजघराने से संबंध रखने वाली दिया कुमारी को राजस्थान का नया सीएम चेहरा देखा जा रहा है. इस बार राजस्थान विधानसभा चुनाव में दिया कुमारी को विद्याधर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा है. जिसमें उन्होंने अपने प्रतिनिधि को भारी वोटो से हराया है.
यह तीन चेहरे राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने की रेस में शामिल है. इसके अलावा बताया जा रहा है कि सीपी जोशी, ओम बिरला, भूपेंद्र यादव, गजेंद्र सिंह शेखावत, असंवी वैष्णव जैसे कई बड़े दिग्गज नेता भी राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के लिए दावेदार है. भाजपा इस बार राजस्थान में ऐसे नए चेहरे को जनता के सामने लाना चाहते हैं जो की अगले 15 से 20 सालों तक राजस्थान में बीजेपी की सरकार को स्टेबल रख सके. अब यह देखना बाकी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान में किस मुख्यमंत्री बनाते हैं.