Sengol in New Parliament Building : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 28 मई 2023 को भारत के नए संसद भवन (New Parliament building) का उद्घाटन किया गया. उद्घाटन के दौरान नए संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास सेंगोल (Sengol) नाम की एक ऐतिहासिक वस्तु को स्थापित किया है. अधिकतर लोग यह नहीं जानते हैं कि यह सेंगोल (Sengol) क्या है और इसे नई संसद भवन में क्यों स्थापित किया गया है. चलिए हम आपको इस सेंगोल (Sengol) के बारे में विस्तृत जानकारी देते हैं-
अमित शाह ने मीडिया को संबोधित करते हुए नए संसद भवन में स्थापित किए गए सेंगोल (Sengol) के बारे में जानकारी दें. उन्होंने बताया कि यह हस्तांतरण का प्रतीक है. सेंगोल का इतिहास भारत की आजादी से जुड़ा हुआ है. सेंगोल के इतिहास चोल राज शासन से भी मिलता है. जब एक राजा दूसरे राजा को सत्ता का हस्तांतरण करता है, तब आने वाले राजा को सेंगोल(sengol) को सौंपता था।
आजादी के समय लॉर्ड माउंटबेटन ने 1947 में पंडित जवाहरलाल नेहरू को अंग्रेजों से सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के रूप में सौंपा गया था. जिसके बाद से इसे प्रयागराज म्यूजियम में रख दिया गया। लेकिन अब इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन (New Parliament building) में लोकसभा स्पीकर की कुर्सी के पास स्थापित कर दिया है.