Success Story IAS Tina Dabi : IAS Tina Dabi को कौन नहीं जानता, लगातार 6 सालों से इंटरनेट पर काफी चर्चाओं में रही है. 2016 में आईएएस बनने के बाद सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय रही है. उनकी यूपीएससी में रैंक हासिल करने, इनकी लव स्टोरी या फिर शादी करने की कहानी काफी चर्चाओं में रही है. यहां हम आज आपको IAS Tina Dabi की सफलता तथा उनकी निजी जिंदगी की खास अनुभवों की कहानी बताने वाले हैं.
IAS Tina Dabi का जन्म एवं परिवार
आईएएस टीना डाबी का जन्म 9 नवंबर 1993 को भोपाल शहर में हुआ. टीना डाबी सरकारी ऑफिसर के परिवार से तालुकात रखती है. इनके पिता का नाम जसवंत डाबी है जो एक बीएसएनल में महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे, टीना डाबी की मां का नाम हिमानी डाबी है, जो एक आईएएस ऑफिसर रही है. टीना डाबी की एक छोटी बहन भी है, जिनका नाम रिया डाबी (IAS Ria Dabi) है रिया डाबी आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) है जिन्होंने 15वीं रैंक हासिल की थी.
IAS Tina Dabi Education
टीना डाबी एक एजुकेटेड फैमिली से बिलॉन्ग करती है, इसलिए वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार रही है. टीना डाबी ने दिल्ली के जीसस एंड मैरी कॉन्वेंट स्कूल में अपनी प्रारंभिक पढ़ाई की. बताया जाता है कि टीना डाबी 12वीं में सीबीएसई बोर्ड की टॉपर रही है. उसके बाद उन्होंने पॉलिटिकल साइंस और हिस्ट्री विषय में आगे की पढ़ाई की. टीना डाबी नई दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन से राजनीति शास्त्र में ग्रेजुएशन कंप्लीट की.
IAS Tina Dabi UPSC
अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद टीना डाबी ने 2015 में यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुई. जिसमें उन्होंने पहले ही प्रयास में सफलता प्राप्त की. उन्होंने 2015 में यूपीएससी परीक्षा में फर्स्ट रैंक हासिल करी. टीना डाबी 2015 बैच की टॉपर रही. ट्रेनिंग के बाद टीना डाबी 2016 में राजस्थान कैडर की आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बनी.
Tina Dabi love story & Husband
आईएएस टीना डाबी की लव स्टोरी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रही. उन्होंने साल 2018 में आईएएस अतहर आमिर खान से शादी की, जो कि 2015 बैच के सेकंड टॉपर रहे थे. इसके बाद 2020 में दोनों की आपसी सहमति के चलते तलाक ले लिया. इसके बाद टीना डाबी ने अप्रैल 2022 में डॉ.प्रदीप गवांडे (Dr. Pradeep Gawande) से शादी की. डॉ.प्रदीप गवांडे (Dr. Pradeep Gawande) 2013 बैच के आईएएस ऑफिसर है.
टीना डाबी की सैलरी
7वें वेतन आयोग के अनुसार किसी जिला कलेक्टर की सैलरी करीब 80 हजार तक होती है। हालांकि कैबिनेट सचिव के पद तक पहुंचते-पहुंचते उनकी सैलरी 2,50,000 तक पहुंच जाती है।